भोपाल। मध्यप्रदेश की तेज तर्रार महिला आईएएस दीपाली रस्तोगी ने अब एक और आदेश जारी किया है। उन्होंने मध्यप्रदेश के सभी कलेक्टरों को निर्देशित किया है कि किसी भी प्रकार के सरकारी आयोजन, सम्मेलन, विकास यात्रा के नाम पर उनके विभाग के बजट में मौजूद धनराशि का उपयोग कतई ना किया जाए। यदि कलेक्टर ऐसा करते हैं तो इसे गंभीर वित्तीय अनियमितता माना जाएगा और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इन दिनों सीएम शिवराज सिंह चौहान जन आशीर्वाद यात्रा पर हैं। इसे चुनावी यात्रा माना जा रहा है परंतु इसका खर्चा सरकारी खजाने से वहन किया जा रहा है। इससे पहले दीपाली ने विभाग के हॉस्टलों, आश्रमों और अन्य आवासीय संस्थाओं के विद्यार्थियों को रैलियों/सम्मेलन/यात्राओं में ले जाने पर पाबंदी लगा दी थी।
भारतीय प्रशासनिक सेवा की महिला अधिकारी और जनजातीय विभाग की कमिश्नर दीपाली रस्तोगी ने प्रदेश के सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए है कि वे प्रदेश में आयोजित की जा रही विभिन्न विकास यात्राओं और सम्मेलन के लिए विभाग की योजनाओं के लिए आवंटित राशि किसी भी हाल मे खर्च ना की जाए। विभाग की योजनाओं के लिए जो भी बजट दिया गया है उसका उपयोग केवल योजनाओं को पूरा करने में किया जाए। यदि कोई कलेक्टर या अधिकारी विकास यात्राओं और सम्मेलन की राशि अन्य जगहों पर खर्च करता पाया गया तो उसे गंभीर वित्तीय अनियमितता माना जाएगा और उस अधिकारी या कलेक्टर के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
यात्रा/रैलियों में स्कूली बच्चों की उपस्थिति पर पाबंदी
इससे पहले दीपाली रस्तोगी ने एक आदेशजारी कर निर्देशित किया था विभाग के हॉस्टलों, आश्रमों और अन्य आवासीय संस्थाओं के विद्यार्थियों को शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा किसी अन्य प्रकार की गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति न दी जाए। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम शिवराज सिंह समेत सभी मंत्रियों के कार्यक्रमों, रैलियों में स्कूल के बच्चों की उपस्थिति अनिवार्य कर दी जाती है। दीपाली ने यह आदेश उन्हे मिली एक शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जारी किया था। शिकायत चरणपादुका यात्रा के संदर्भ में थी।
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