इंदौर। 30 मार्च को सीएम शिवराज सिंह ने ऐलान किया था कि शिक्षा विभाग में एमशिक्षा मित्र अनिवार्य नहीं किया जाएगा। केवल एक विभाग में इसे लागू करना अपमानकारक है परंतु अब उन्होंने ही निर्देशित किया है कि 15 जून से एमशिक्षा मित्र लागू हो जाएगा। शिक्षा विभाग के सभी कर्मचारियों सहित विद्यार्थियों की हाजिरी इसी से लगाई जाएगी। निर्देशित किया गया है कि गर्मी की छुट्टियों के खत्म होने के बाद 15 जून से प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों के खुलने के साथ ही शिक्षक और विद्यार्थियों को ऑनलाइन हाजिरी लगानी होगी।
बता दें कि 5 जून तक एम शिक्षा मित्र एप डाउनलोड करने के निर्देश स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव दीप्ति गौड़ मुखर्जी ने दिए हैं। शिक्षकों के विरोध के चलते मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 47 दिन पहले 30 मार्च को इस योजना को समाप्त करने की घोषणा की थी। अब मुख्यमंत्री ने ही इसको दोबारा लागू करने के निर्देश दिए हैं।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव मुखर्जी ने बताया कि एम शिक्षा मित्र को लेकर सीएम ने अपनी सहमति दे दी है। लिहाजा एप डाउनलोड कराने का काम तुरंत और तेजी से किया जाए। शिक्षक ऑफ लाइन हाेने पर भी हाजिरी लगा सकेंगे, जैसे ही वे नेटवर्क क्षेत्र में आएंगे उपस्थिति स्वत: लग जाएगी। जो ऐसा नहीं करेंगे, उनका वेतन नहीं बनेगा।
इस बार यह एम शिक्षा मित्र एप सभी विभागों के लिए लागू किया जा रहा है। पहले जहां सिर्फ शिक्षकों और विद्यार्थियों की हाजिरी इससे लगना थी, अब सभी विभागों के कर्मचारी और अधिकारियों की हाजिरी इसी से लगेगी। एक-दो दिन में इसको लेकर नए और स्पष्ट निर्देश भी आ जाएंगे।
एप से हो सकेंगे ये काम
विद्यार्थी विकल्प में योजनाएं व छात्रवृत्ति की स्थिति, आरटीई में आवंटन, प्रवेश व अन्य जानकारी रहेगी।
शिक्षक, स्कूल, विद्यार्थी और आरटीई सहित ज्ञानार्जन नाम से छह विकल्प होंगे।
राज्य, सरकारी, सीपीआई, राज्य शिक्षा केंद्र, आरएमएसए व ज्वाइंट डायरेक्टर की जानकारियां व पत्र देख सकेंगे।
वेतन पर्ची, उपस्थिति, छुट्टी का आवेदन, कक्षावार उपस्थिति, शिकायत करने की भी सुविधा।
सरकारी स्कूल, निजी स्कूल, इनरोलमेंट, आज की उपस्थिति सहित अन्य जानकारी मिलेगी।
पुस्तक-गणवेश वितरण की जानकारी भी रहेगी।
एम शिक्षामित्र डाउनलोड करने के लिए नीचे दी गई लिंक पर जाएं
अपने फोन में अभी डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें