अध्यापकों ने भाजपा के सांसद/विधायकों को घेरा, सीएम के वीडियो दिखाए

मंडला। आजाद अध्यापक संघ के प्रांतीय आह्वान पर जिलाध्यक्ष संतोष सोनी के नेतृत्व में सैकड़ों अध्यापकों ने निवास विधायक रामप्यारे कुलस्ते एवं मंडला सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते के आवास पहुंचकर डेरा डाला एवं माननीय मुख्यमंत्री की घोषणाओं का वीडियो दिखाकर घोषणा पर अमल की बात कही एवं ज्ञापन सौंपा। जिलाध्यक्ष संतोष सोनी ने सांसद एवं विधायक महोदय को बताया कि अब अध्यापकों को आश्वासन नहीं आदेश चाहिए। यदि सरकार जनप्रतिनिधियों की  बात भी 20 मई तक नहीं मानती है। तो अध्यापक आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। 

ज्ञापन में मांग की गई है कि माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा दिनांक 21 जनवरी 2018 को प्रदेश के अध्यापकों का शिक्षा विभाग में संविलियन एवं पद नाम परिवर्तित कर शिक्षक संवर्ग के समान समस्त सुविधाएं प्रदान करने की घोषणा की गई थी उक्त घोषणा उपरांत माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा अप्रैल माह में आदेश जारी करने के लिए अध्यापक संवर्ग को आश्वस्त किया गया था परंतु उक्त आदेश आज दिनांक तक जारी नहीं हुआ जिसे शीघ्र जारी किया जाए ,गुरुजी संवर्ग को प्रदेश के अन्य कर्मचारियों की भांति पदोन्नति तथा  क्रमोन्नति में  प्रथम नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता के आदेश जारी किए जाएं। 

अध्यापक संवर्ग को भी अन्य कर्मचारी की भांति 1 जनवरी  2016 से सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाए ।अध्यापक संवर्ग के स्थानांतरण पर लगी रोक को अतिशीघ्र हटाया जाए तथा प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला में पदस्थ अध्यापक संवर्ग के स्थानांतरण आदेश शीघ्र जारी किए जाएं । अध्यापक संवर्ग के अनुकंपा नियुक्ति के नियमों में B.Ed b.ed एवं व्यापम परीक्षा उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए । इसके उपरांत भी यदि आदेश जारी नहीं होते हैं तो 24 मई 2018 को प्रदेश के सभी अध्यापक संविदा शिक्षक उक्त सभी समस्याओं से मुख्यमंत्री जी को अवगत कराने हेतु मुख्यमंत्री स्वागत यात्रा के रूप में मुख्यमंत्री निवास भोपाल पहुंचेंगे।

शिक्षकों को अध्यापकों से वरिष्ठ रखा जा सकता है
जिलाध्यक्ष संतोष सोनी ने बताया कि 10 मई को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश शासन अशोक वर्णवाल जी से मुलाकात हुई जिसमें वरिष्ठता  का मामला रखा गया सोनी ने अपना तर्क रखते हुए बताया कि सहायक शिक्षकों के 25800 पद हैं जिन्हें शिक्षक बनना है अपना सुझाव रखते हुए सोनी ने बताया कि आप सहायक शिक्षक के पद समाप्त कर शिक्षक के पद सृजित कर उन्हें पद नाम दे दिया जावे जिससे समस्या का निदान हो सकता है उन्होंने बताया कि शिक्षक अध्यापकों से वरिष्ठ ही रहेंगे वरिष्ठता प्रथम नियुक्ति दिनांक से निर्धारित की जाती है जब अध्यापक संवर्ग की नियुक्ति ही शिक्षक संवर्ग से बाद में हुई है तो वरिष्ठ वही कहलाएंगे ।

यह अध्यापक रहे शामिल
सुनील दुबे, सन्तोष सोनी ,प्रहलाद गोंठिया, दीपक कछवाहा  सागर पटेल , शिवरतन सिंह सौयाम, हेमन्त मरावी, दिनेश सिंगरहा, हसरत कुरैशी , दिनेश कांड्रा, संजय तिवारी ,संतोष गायकवाड़ ,मुकेश पाठक  ,नरबद मरावी,रामदयाल,सहपत मरावी  निवास ब्लॉक ,अर्जुन सरौते,सुरेश मरावी,रतन मरावी,ओमकार कुलस्ते बसंत मिश्रा,संतोष बर्मन,मुरली परस्ते,नारेन्द मरावी,चौधर मार्को, ओमप्रकाश द्विवेदी, घनश्याम चौकसे,स्वपनेष तिवारी,बीरन मरावी,रविन्द्र बरकडे,बलमत कुशराम,बिनोद ठाकुर,देवेन्द्र मरकाम,आदि सैकड़ों अध्यापक  विधायक निवास मे शामिल रहे।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Accept !