
पार्टी अब तक खुले तौर पर सीएम शिवराज सिंह के चेहरे पर ही चुनाव लड़ती आई है। लोकसभा चुनाव भी पहले अटलजी के नाम पर और अब नरेंद्र मोदी के नाम पर लड़ा जाता है। कर्नाटक में येदियुरप्पा घोषित चुनावी चेहरा थे और 2008 व 2013 के चुनाव में शिवराज सिंह चुनावी चेहरा थे। पोस्टर बैनरों पर लिखा गया था 'फिर भाजपा फिर शिवराज'।
गौरतलब है कि सूबे के मुखिया शिवराज सिंह को इस बार बीजेपी में भी दूसरे नेताओं से कड़ा मुकाबला करना पड़ रहा है। कई बार उनके नेतृत्व पर सवाल भी उठाए जा चुके हैं। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष के इस बयान के मायने निकाले जाना लाजिमी है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि कर्नाटक के बाद जो उत्साह मध्यप्रदेश के कार्यकर्ताओं में दिख रहा है उससे स्पष्ट है कि प्रदेश में फिर से शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा में संगठन चुनाव लड़ेगा क्योंकि भाजपा संगठन आधारित पार्टी है।