भोपाल। मध्य प्रदेश में शराबबंदी के तमाम दावों और सियासी बयानों के बीच एक चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है। आबकारी विभाग ने महिला अधिकारियों और कर्मचारियों को शराब की दुकान का संचालन का जिम्मा सौंपा हैं। यह सबकुछ तब हो रहा है जबकि सीएम शिवराज सिंह महिलाओं के प्रति अतिरिक्त संवेदनशीलता वाले बयान देते रहते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि होमगार्ड और नगरपालिका कर्मचारियों से भी शराब बिकवाई जा रही है।
मामला नीमच जिले का है। आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उनके पास पर्याप्त स्टाफ नहीं है इसलिए उन्होंने महिला अधिकारियों और कर्मचारियों को भी शराब बेचने के काम में लगा दिया है। शहर के मंदसौर रोड पर एडीओ किरण यादव को शराब की दुकान का संचालन करते हुए देखा जा सकता हैं। जावद इलाके में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। यहां निरीक्षक किरण निनामा और आरक्षक रीना भिड़े शराब की दुकान का संचालन कर रही है।
दरअसल, नीमच में 28 दुकानों के टेंडर नहीं हुए है। ऐसे में दुकानें बंद होने से सरकार को राजस्व का नुकसान हो रहा था। इससे निपटने के लिए आबकारी विभाग ने जिला प्रशासन से मदद की गुहार की थी। इसके बाद नगर पालिका के कर्मचारियों के साथ होमगार्ड के जवान दुकानों का संचालन कर रहे हैं। संख्या पर्याप्त नहीं होने पर विभाग ने अपनी महिला अधिकारियों और कर्मचारियों को भी दुकान का जिम्मा सौप दिया।