
गौरतलब है कि 21 फरवरी 2018 को जारी मॉडल आंसरशीट में गड़बड़ थीं, जिस पर आपत्तियों के बाद आयोग ने 12 मार्च 2018 को नई आंसरशीट जारी की। साथ ही आयोग द्वारा यह कहा गया कि यह अंतिम संशोधित शीट है, इसी के आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा। अब किसी भी प्रकार के अभ्यावेदन स्वीकार नहीं किये जायेंगे, लेकिन इस शीट में भी अनेक गड़बड़ियां हैं।
बेरोजगार सेना के प्रमुख अक्षय हुंका ने कहना है कि गलत आंसरशीट के साथ परिणाम जारी करना परीक्षार्थियों के साथ अन्याय है और इससे किसी षड्यंत्र का शक भी हो रहा है। इसलिए आंसरशीट को एक स्वतंत्र कमिटी द्वारा जांच कराया जाना जरूरी है। इस मामले को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है।
बीते दिनों में इस मुद्दे को लेकर भोपाल में परीक्षार्थियों ने प्रदर्शन किया था, जिसमें बेरोजगार सेना के अनेक साथी भी शामिल हुए थे। अक्षय हुंका ने कहा है कि यह सिर्फ इस परीक्षा की बात नहीं है, पिछले कई वर्षों से ऐसा हो रहा है, इसलिए इस याचिका के अलावा पिछली गड़बड़ियों की जांच के लिए भी SIT का गठन कर जांच की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि युवाओं के अधिकार की हर लड़ाई में बेरोजगार सेना उनके साथ है।