संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी: सेवा समाप्ति की धमकी फिर भी हड़ताल जारी

भोपाल। 19 फरवरी से हड़ताल पर डटे संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ सरकार कड़ा रुख अख्तियार करने जा रही है। 12 मार्च के पहले नौकरी ज्वाइन नहीं करने पर इन कर्मचारियों की सेवा समाप्त कर दी जाएगी। इसके बावजूद कर्मचारी हड़ताल पर डटे हुए हैं। 

आज 18वें दिन महिला दिवस के अवसर पर महिला कर्मचारियों ने खाली थालियां दिखाकर सरकार को जगाने की कोशिश की। इस संबंध में 3 मार्च को एक नोटिस जारी किया गया था। एक और नोटिस जारी करने की तैयारी है। बता दें कि प्रदेशभर के करीब 19 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी हड़ताल पर हैं। वे नियमितीकरण और निकाले गए कर्मचारियों को फिर सेवा में लेने की मांग कर रहे हैं। हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं बहुत ज्यादा प्रभावित हो रही हैं। 

8 मार्च से शुरू होने वाले महिला स्वास्थ्य शिविरों को टाल दिया गया है। अब 11 अप्रैल से माहिला स्वास्थ्य शिविर लगेंगे। टीबी और एचआईवी मरीजों को दवा मिलने में काफी दिक्कत हो रही है। स्थायी कर्मचारियों से दवाएं बंटवाई जा रही हैं। टीबी की जांचों पर भी असर पड़ा है। पहले की तुलना में अब लगभग एक तिहाई जगह पर ही जांच हो पा रही है। टीकाकरण, डाटा एंट्री, काउंसलिंग का काम प्रभावित हो रहा है। सिक न्यूबार्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) में ट्रेंड स्टाफ नर्सेंस के हड़ताल पर होने की वजह से दूसरी नर्सेस की ड्यूटी लगाई गई है। एसएनसीयू के डॉक्टर भी हड़ताल पर हैं, जिससे छोटे जिलों में दिक्कत बढ़ गई है।

आज फार्मासिस्ट हड़ताल पर, दवा के लिए लगेगी लंबी कतार
फार्मासिस्ट संयुक्त मोर्चा के बैनर तले प्रदेश भर के स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा विभाग के फार्मासिस्ट गुरुवार को एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे। इसके बाद भी मांगें नहीं मानी गईं तो 16 मार्च से बेमियादी हड़ताल पर चले जाएंगे। मोर्चा के प्रदेश संयोजक राजन नायर, प्रदेश अध्यक्ष अंबर सिंह चौहान ने बताया कि संविदा कर्मचारियों का नियमित पदों पर संविलियन, ग्रेड पे व वेतनमान बढ़ाने की मांग की जा रही है।

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