भोपाल। भिंड में रेत माफिया द्वारा सरेआम की गई पत्रकार संदीप शर्मा की हत्या के मामले में अब तक धारा 302 के तहत एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। राजनीतिक संरक्षण प्राप्त रेत माफिया को नामजद भी नहीं किया गया है। इधर कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम शिवराज सिंह ने मामले को टालने जैसे बयान दिए हैं। दोनों ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया और कुछ इस तरह के बयान दिए जैसे कि वो हर मामले में बिना अध्ययन के दे सकते हैं।
क्या कहा सिंधिया और शिवराज ने
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भाजपा के राज में मीडिया को कुचला जा रहा है। यह दिन के उजाले में हुआ हत्याकांड है। इसकी सीबीआई जांच की जानी चाहिए। इससे कम स्वीकार नहीं किया जा सकता। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि पत्रकारिता की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दोनों बयानों में गलत क्या है
दोनों ही नेताओं के बयान औपचारिक हैं। कृपया वीडियो को ध्यान से देखें। हत्या करने के उद्देश्य से ही ट्रक का स्टीयरिंग घुमाया गया। ट्रक को हथियार की तरह उपयोग किया गया। पुलिस को धारा 302 के तहत मामला दर्ज करना चाहिए। ट्रक को जब्त करना चाहिए। ट्रक ड्राइवर को गिरफ्तार किया जाना चाहिए और जिस रेत माफिया का संदीप शर्मा ने स्टिंग आॅपरेशन किया था, उसे भी 302 में हत्या के मास्टरमाइंड के रूप में नामजद किया जाना चाहिए। दोनों नेताओं के बयान पुलिस को कार्रवाई से रोकने वाले हैं। जांच और सीबीआई जांच के नाम माफिया के खिलाफ एफआर्इ्आर और उसकी गिरफ्तारी को टालने की साजिश की जा रही है। सीबीआई कैसी जांच करती है व्यापमं में देख चुके हैं, अब तो मप्र पुलिस पर ही भरोसा है।