
इसके साथ ही रुस्तम सिंह ने कहा कि दिन भर धरने पर बैठे रहने से कर्मचारियों को तो परेशानी होती ही है और प्रशासन भी इससे परेशान रहता है। इससे अच्छा वे हड़ताल के अपने समय का सदुपयोग करें। मंत्री ने संविदा कर्मचारियों से कहा कि सरकार उनकी मांगों पर विचार कर रही है और जल्द ही इसका कोई उचित निराकरण किया जाएगा।
इधर हड़ताल जारी है
गुना में संविदा शासन का केश तर्पण किया गया।
उमरिया में झांकी लगाई गर्इ् जिसमें आश्वासन की आंच पर नियमितीकरण की खिचड़ी नहीं पकी।
होशंगाबाद की झांकी में मप्र शासन को अंग्रेजों जैसा अत्याचारी शासन बताया गया।
इसके अलावा प्रदेश भर में संविदा शासन की अर्थी निकाली गई। कुछ जिलों में क्रमिक भूख हड़ताल चल रही है।