
गौरतलब है कि ग्वालियर से चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस शिवपुरी जिले के पाडरखेड़ा स्टेशन पहुंची तो, जबलपुर से आई विजिलेंस टीम के इंस्पेक्टर डीके अग्रवाल ने टीसी रामप्रसाद मीणा से उसकी डायरी और कागजात चैक कराने को कहा, लेकिन टीसी को तत्काल समझ आ गया कि विजिलेंस टीम ने छापा मारा है और टीसी ने तत्काल अपना कोट, ईएफटी बुक और डायरी चलती ट्रेन से बाहर फेंक दी।
विजिलेंस टीम ने टीसी को हिरासत में लेकर फेंकी गयी जगह पर जाकर दस्तावेंजों की जांच की तो टीसी के कोट से पांच सौ रुपए के अलावा ईएफटी बुक और डायरी मिली। ईएफटी बुक में टीटी की मोहर नहीं लगी हुई थी, जबकि बुक के हर पन्ने पर टीटी की मोहर लगी होनी चाहिये थी।