दमोह। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता और हालात को ठीक करने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूल में आने वाले टीचर्स की ई-अटेंडेंस के आदेश जारी किये हैं। यह आदेश इसी सत्र से लागू किया जाएगा, लेकिन इस आदेश को लेकर शिक्षा जगत में विरोध के सुर उठने लगे हैं। दमोह से इस विरोध की शुरुआत हुई है और इस कारण आज हजारों की तादाद में शिक्षकों ने सड़क पर उतर कर सरकार के इस आदेश के खिलाफ आवाज उठाई है।
स्कूल शिक्षा विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए शिक्षकों के समर्थन में तकरीबन 22 कर्मचारी संगठनों ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लेकर सरकार से इस आदेश को वापस लेने की मांग की है। शिक्षण कार्य में लगे लोगों की दलील है की इस आदेश के बाद शिक्षकों की बेइज्जती कर उन्हें चोर साबित किया जा रहा है। शिक्षकों ने ये भी कहा है कि सरकार उनके साथ सौतेला व्यवहार कर रही है।
यदि ई-अटेंडेंस का फरमान जारी करना है तो फिर ये आदेश पूरे प्रदेश के तमाम विभागों में लागू होने चाहिए। शिक्षकों ने चेतावनी दी है की यदि इस फरमान को वापस नहीं लिया गया तो वो नए सत्र से स्कूलों का बहिष्कार करेंगे।