
घटना की जानकारी लगते ही आसपास स्थित ग्रामीण स्कूल परिसर पहुंचे दीवाल का मलबा हटाकर लक्की को बाहर निकाला गया।लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।दीवार गिरने से उसमे फांसे लक्की के सर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो चुकी थी।उधर घटना की सूचना मिलते हैं थाना प्रभारी विजय सिंह सिसोदिया पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे।जिसके बाद लक्की का शव पोस्टमार्टम के लिए वारासिवनी भेजा गया।बताया जा रहा है कि उक्त शौचालय बहुत ही पुराना और जर्जर हो चुका है।
नया शौचालय बनने के बावजूद उस पुराने शौचालय को स्कूल प्रबंधन द्वारा नही गिरवाए जाने से यह हादसा हुआ।ग्रामीणों की माने तो उनका आरोप है कि स्कूल में घटना होने के बाद भी घटना के समय मौजूद स्कूल का स्टाप अंदर कमरे में ही रहा जिसके चलते ग्रामीणों में आक्रोश दिखाई दिया।बताया यह भी जा रहा है कि मृतक लक्की अपनी माँ ममता कुम्भलवार के साथ कौथुरना स्थित अपने नाना देवाजी बांगरे के घर रहकर पढ़ाई कर रहा था।घटना के बाद से ही कोथुरना ग्राम में मातम छाया हुआ है।