
उनका समर्थन करते हुए जिला अध्यक्ष रविकांत गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार मंचो के माध्यम से आश्वासन देते है और कहते है कि भोपाल मे आइये आप से बात करेगे आपका मामा आपका अहित नही होने दूंगा। लेकिन जब भी अतिथि शिक्षक भोपाल गए तो शासन की ओर कोई प्रतिनिधि मिलने तक नही आया।इसी प्रकार कई विधायकों ने जब विधान सभा मे प्रश्न उठाया तो उनके मंत्रियों द्वारा जवाब दिया जाता कि अतिथि शिक्षकों के लिए कोई भी योजना विचाराधीन नहीं है।जिला सचिव राकेश मिश्रा द्वारा कहा गया कि सरकार हमारी मांगों के संबंध मे कोई ठोस निर्णय ले नही जो सरकार हमारी नही तो हम उनके नही। उन्होंने ने अतिथि शिक्षकों से कहा कि गांव गांव घूमकर अभिभावकों से मिलकर बच्चो का प्रवेश सरकारी स्कूलों मे कराने हेतु प्रेरित करने को कहा।
सिहावल विधायक ने दिया समर्थन
अतिथि शिक्षकों के धरना-प्रदर्शन का समर्थन करने पहुंचे सिहावल विधायक कमलेश्वर पटेल ने अतिथि शिक्षकों की स्थिति को देखकर चिंता व्यक्त किया।उन्होंने कहा सरकार अतिथि शिक्षकों को अनुभव तक का लाभ नही देती जो बहुत ही निराशा जनक है । उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस ने गांव गांव मे शिक्षा गारंटी के तहत स्कूल खोले थे और उसी गांव के व्यक्ति को नौकरी दी लेकिन भाजपा सरकार उन स्कूलों को बंद कर रही है जिससे युवा बेरोजगार होते जा रहे है। उन्होंने अतिथि शिक्षकों को भरोसा दिलाया कि कांग्रेस की सरकार आने पर सर्व प्रथम अतिथि शिक्षकों की समस्या का निराकरण किया जायेगा।