
आरोप है कि शनिवार शाम करीब सात बजे मदरसे से सभी बच्चों की छुट्टी कर दी गई। इस दौरान मौलाना ने एक आठ साल की बच्ची को मदरसे में ही रोक लिया। बच्ची मौलाना को दादा बोलती थी और उसके कहने पर वहां रुकी थी। बताया जा रहा है कि जब बच्ची वहां रुक गई, तो मौलाना ने लकड़ी और बांस से बने मदरसे के गेट को बंद किया और बच्ची के कपड़े उतार दिए। इसके बाद बच्ची के मुंह में कपड़ा ठूंस कर रेप किया। साथ ही बच्ची को धमकी दी कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को बताने की कोशिश की, तो वह उसको जान से मार देगा। इसके बाद बच्ची इतनी डर गई कि उसने यह बात घर पर भी किसी से नहीं बताया।
वहीं, रेप के बाद दो दिन तक बच्ची की हालत बिगड़ती रही। बच्ची के शरीर से लगातार ब्लीडिंग हो रही थी और पेट में दर्द था। जब परिजनों को बच्ची के पेट में दर्द का पता चला, तो वो उसको डॉक्टर के पास ले कर गए। डॉक्टर ने देखने के बाद बच्ची के साथ रेप की आशंका जताई। जब बच्ची से पूछा गया, तो उसने पूरी आपबीती सुना दी।
इसके बाद दिल्ली के नरेला थाना में मामले की शिकायत की गई। पुलिस ने बच्ची को बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां रेप की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने मौलाना को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल बच्ची का बाबा साहब अंबेडकर अस्पताल में इलाज जारी है। इस दौरान बच्ची से मिलने के लिए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल भी अस्पताल पहुंचीं।
वहीं, मौलाना के खिलाफ स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है। इनका कहना है कि वो जिस मौलाना पर इतना भरोसा करते थे, जिसके भरोसे अपने छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ा करते थे, उसने ही एक मासूम बच्ची से दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। स्थानीय लोग मामले में मौलाना को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं। फिलहाल मौलाना नरेला थाना पुलिस की गिरफ्त में है और मामले की जांच की जा रही है।