भोपाल। इधर मप्र की शिवराज सिंह सरकार महिलाओं के प्रति यौन अपराधों को रोकने के लिए अतिसंवेदनशील रवैया अपना रही है तो उधर यौन हिंसा के मामले और पुलिस की लापरवाही लगातार सामने आ रहे हैं। 23 नवम्बर को भोपाल शहर से 19 वर्षीय युवती का अपहरण हुआ। 24 नवम्बर को पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की परंतु तलाश नहीं कर पाई। उधर युवती को दिल्ली ले जाया गया। बंधक बनाकर सामूहिक बलात्कार किया जाता रहा। 4 माह तक लगातार उसके साथ दर्दनाक घटनाक्रम चलता रहा। गुरुवार को युवती खुद पुलिस के सामने पहुंची और सारी कहानी बताई। अपराधिक प्रकरण मिसरोद थाने में दर्ज हुआ है।
मिसरोद थाना पुलिस ने बताया कि फरियादी 19 वर्षीय युवती की शिकायत पर आरोपी तरुण एवं उसके दो अन्य साथियों के खिलाफ धारा 366, 376(2)एन, 342 आईपीसी के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस का कहना है कि फरियादी युवती और आरोपी तरुण, आशिमा माल स्थित मोति महल रेस्टोरेंट में एक साथ काम करते थे। फरियादी का आरोप है कि बीते 23 नवम्बर 2017 को तरुण ने उसे 80 फिट रोड स्थित काली मंदिर बुलाया था।
मंदिर के बाहर प्रसाद के नाम पर तरुण ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर युवती को नशीला पदार्थ खिला दिया था। नशीला पदार्थ खाने के बाद युवती बेहोश हो गई थी। जब उसे होश आया, तो युवती ने अपने आपको दिल्ली में पाया। युवती का आरोप है कि तरुण और उसके साथियों ने दिल्ली में करीब पांच महीने तक उसके साथ दुष्कर्म किया था। युवती के परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में बीते 24 नवम्बर 2017 को की थी। पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच शुरु की जा चुकी है। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।