
इसके पहले अनारक्षित श्रेणी न्यूनतम परसेंटाइल 50, आरक्षित के लिए 40 और दिव्यांगों के लिए 45 रखे गए थे। बता दें कि एमडीएस में दाखिले के लिए होने वाली नीट परीक्षा में कुल 960 अंक होते हैं। डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया (डीसीआई) सदस्य डॉ. चंद्रेश शुक्ला ने बताया कि कुल सीटों के कम से कम तीन गुना उम्मीदवार होने चाहिए।
देशभर में छह हजार सीटें एमडीएस की हैं, पर उम्मीदवार करीब 10 हजार ही होते हैं। इसी वजह से न्यूनतम अंक कम किए गए हैं। करीब हफ्ते भर पहले डीसीआई ने हर श्रेणी में न्यूनतम अंक कम करने की बात कही थी। दो दिन पहले इसके निर्देश जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि मप्र में बामुश्किल 10 फीसदी सीटें ही हर साल भर पाती हैं।