नार्मलाईजेशन तो अब हम करेंगे, बीजेपी 165 से 50 पर आ जाएगी | MP NEWS

भोपाल। मध्यप्रदेश पटवारी परीक्षा में शामिल हुए 10 लाख उम्मीदवार शिवराज सिंह सरकार से नाराज हो गए हैं। दरअसल, पटवारी परीक्षा के परिणाम नार्मलाईजेशन पद्धति से बनाए गए। उम्मीदवारों को यह मंजूर नहीं। उनका कहना है कि इससे पहले उम्मीदवारों को विश्वास में लेना चाहिए था। आरोप है कि एक प्राइवेट कंपनी कैसे परीक्षा परिणाम तय कर सकती है। यदि सबकुछ प्राइवेट कंपनियों को ही करना है तो सरकार क्या करेगी। 

बता दें कि प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा 9000 से अधिक रिक्त पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी की गई थी। इसमें 10 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों ने भाग लिया। मप्र के इतिहास में यह सबसे बड़ी आॅनलाइन परीक्षा थी। चौंकाने वाली बात यह है कि परीक्षा के आयोजन में पीईबी का कोई योगदान नहीं था। एक प्राइवेट कंपनी के सर्वर पर सारा डाला अपलोड हुआ। उम्मीदवारों को पेपर पूरा करते ही उनकी स्क्रीन पर नंबर दिखाई दे गए थे परंतु जब रिजल्ट आया तो काफी गड़बड़ियां थीं। बताया गया कि परीक्षा परिणाम नार्मलाईजेशन पद्धति से किया गया है। बस इसी बात पर उम्मीदवाद भड़क गए। 

पढ़िए ट्वीटर पर क्या क्या लिखा है उम्मीदवारों ने 

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