भोपाल। चुनावी साल में मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार इन दिनों आधी आबादी के वोट पर फोकस कर रही है। सीएम शिवराज सिंह के हर भाषण में महिलाओं को प्रमुख स्थान मिल रहा है और मप्र में महिलाओं के लिए कुछ आकर्षक योजनाएं बनाई जा रहीं हैं। इसी क्रम में सरकार ने नई योजना तैयार कर विधवा विवाह कराने की तैयारी कर ली है। प्रदेश में विधवा महिलाओं की संख्या 20 लाख से ज्यादा है और सरकार ने एक बड़े वोट बैंक को लुभाने के लिए अब विधवा महिलाओं के हाथ पीले कराने का बीड़ा उठाने के तैयारी कर ली है।
इसके तहत राज्य सरकार हर एक विधवा विवाह पर तीन लाख रुपए की मदद करेगी. सरकार ने हर साल एक हजार विधवा विवाह के लिए मदद देने की तैयारी की है. अभी तक सरकार कन्या विवाह योजना के लिए कन्याओं की गृहस्थी के सामान समेत विवाह के लिए आर्थिक मदद देती है. लेकिन अब सरकार विधवाओं की चिंता कर उनकी शादी कराने का काम करेगी. सामाजिक न्याय राज्य मंत्री लाल सिंह आर्य ने बताया कि इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है. प्रस्ताव को मंजूरी के लिए प्रस्ताव वित्त विभाग को भेजा है. आगामी बजट सत्र में सरकार इस योजना का एलान हो सकता है.
क्या होगा, कैसे होगा
मध्य प्रदेश सरकार ने विधवा विवाह को प्रोत्साहित करने के मकसद से एक नई योजना की शुरूआत की है। जिसमें विधवा महिला से शादी करने वाले को सरकार 2 लाख रुपए देती थी, अब 3 लाख रुपए दिए जाएंगे। इस योजना के तहत 45 साल की कम उम्र की विधवा महिला से विवाह करने पर ही प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। मध्य प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी आदेश के बाद यह पहल की है। सरकार का कहना है कि विधवा महिलाओं के लिए शुरू की गई ये योजना देश में अपनी तरह की पहली योजना है। अनुमान है कि इस योजना से हर साल लगभग 1000 विधवा महिलाएं शादी कर दोबारा से अपनी नई जिंदगी शुरू कर सकेंगी। भारत में साल 1856 में विधवा महिलाओं को पहली बार पुनर्विवाह करने की कानूनी तौर पर मान्यता मिली थी।