भोपाल। मध्यप्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा 2017 के लिए भी माफिया सक्रिय हो गया है। साल्वर्स की तलाश की जा रही है और वह ट्रिक भी तलाशी जा रही है कि फिंगर प्रिंट के समय वो पकड़ा ना जा सके। बता दें कि इस परीक्षा के लिए करीब 12 लाख उम्मीदवारों ने आवेदन दाखिल किया है। मध्यप्रदेश पहले से ही व्यापमं घोटाले के लिए बदनाम है। सीएम शिवराज सिंह ने इसका नाम बदलकर प्रोफेशन एग्जामिनेशन बोर्ड जरूर कर दिया है परंतु घोटाले अब भी जारी हैं। मप्र पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान भी कई सॉल्वर्स पकड़े गए थे। संदेह जताया जा रहा है कि कई अपनी योजनाओं में सफल भी हुए होंगे।
मध्यप्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा 2017 शिवराज सिंह सरकार के लिए बड़ा सिरदर्द बन सकती है। बताया जा रहा है कि करीब एक माह तक लगातार परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। 12 लाख उम्मीदवार सर्दी के मौसम में परीक्षाओं में शामिल होंगे। इनमें महिलाओं की संख्या भी काफी ज्यादा है। इसलिए मामला और अधिक संवेदनशील हो जाता है।
पीएमटी से लेकर पुलिस भर्ती परीक्षा तक व्यापमं का इतिहास बनता आ रहा है कि माफिया एक्टिव हो जाता है। उसकी पकड़ पीईबी में अंतर तक है। पिछले दिनों पटवारी परीक्षा की रूलबुक जारी होने से पहले ही वाट्यएप पर वायरल हो गई थी। अधिकारियों ने इसे लापरवाही माना परंतु यह माफिया की अंदर तक पैठ का भी इशारा हो सकती है। मात्र 9500 पदों के लिए 12 लाख उम्मीदवारों के आ जाने के बाद कई उम्मीदवार एवं उनके परिजन भी हर हाल में पास हो जाने के रास्ते तलाश रहे हैं।