
बीते दिनों धरमपुरी में विद्यार्थियों ने शिक्षिका निर्मला मांडले को परिसर में घेर लिया था। विद्यार्थियों ने कक्षा में पढ़ाने नहीं जाने की बात पर उन्हें परिसर से बाहर निकाल दिया था। इस दौरान स्कूल में प्राचार्य सहित पूरा स्टाफ मौजूद था, लेकिन विद्यार्थियों को गाली गलौज व धक्का-मुक्की करने से नहीं रोका। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मामले की जांच के लिए चार प्राचार्यों की कमेटी बनाई गई थी।
साथ ही प्रशासनिक स्तर पर घटना की न्यायिक जांच भी की गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा विभाग ने सात विद्यार्थियों को स्कूल से निकाल दिया। इनमें घटना का वीडियो बनाकर वायरल करने वाला विद्यार्थी भी शामिल है। जांच के दौरान पीड़ित शिक्षिका के बारे में भी कई शिकायतें मिली थी। विद्यार्थियों ने बताया कि वे कभी भी कक्षा में पढ़ाने नहीं जाती थी और विवाद करती थी।
प्राचार्य ने संस्कृत की शिक्षिका होने के बावजूद अतिथि शिक्षक की नियुक्ति कर ली थी। रिपोर्ट में स्कूल में कई अनियमितताएं सामने आई थी। जिला शिक्षा अधिकारी सुधीर कौशल ने बताया कि विषय का शिक्षक होने के बाद अतिथि शिक्षक रखना नियम विरुद्ध है उसे हटाकर कार्यालय में अटैच किया है। प्राचार्य पर कार्रवाई शासन के आदेश पर होगी।