
बालिका ने बताया मैं रोज की तरह कक्षा में बैठकर कम्प्यूटर चला रही थी। इस दौरान नितिन सर मेरे साथ छेड़छाड़ करने लगे मना किया तो वे चले गए। इसके बाद सर दोबारा आए और फिर से मेरे साथ छेड़छाड़ करने लगे मेने विरोध किया तो वह कक्षा से बाहर चले गए। मुझे लगा सर चले गए तो मैं भी कक्षा से बाहर जाने लगी तो वापस मेरे पास आए व मुझे जबरदस्ती गोद में उठा लिया। जब मैंने विरोध किया तो मुझे छोड़ा। मैं भागकर अपनी कक्षा में चली गई। बाद में स्कूल छूटने के बाद पिता को सारी बात बताई व इस स्कूल से निकालने का कहा।
शिक्षक नितिन वर्मा ने बताया मैंने किसी भी तरह की अश्लील हरकत नहीं की है। बालिका बगैर जूते के कम्प्यूटर चला रही थी, तो मैंने कहा बेटी जूते पहनकर बैठा करो नहीं तो करंट लग सकता है। इस पर बच्ची ने कहा सर दीपावली पर पटाखे से पैर जल गया था। इस कारण जूते उतारे हैं। इसके बाद जब क्लास छूटने का समय हुआ तो वह उठने लगी, इस दौरान उसका स्कर्ट टेबल में फंस गया था, जिससे वह असंतुलित हो गई थी। गिरते देख मैंने उसे पकड़ा। गोद में उठाने जैसी बात सरासर गलत है।