
शहर के लोगों द्वारा कमिश्नर को बताया गया की कुत्तों के मालिक अपने पालतू कुत्ते को खुले में शौच करा रहे है। जिसके कारण मुख्य मार्गों के साथ-साथ रहवासी एवं व्यवसायिक परिसरों में गंदगी रहती है और इससे संक्रामक बीमारियां फैलने की संभावना बनी रहती है। निगमायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया।
लिखा है कि सफाई व्यवस्था के निरीक्षण के दौरान यदि कहीं कुत्तों को खुले में शौच कराते कोई व्यक्ति पाया जाता है तो उनकी पूरी जानकारी लेकर 5 हजार रूपये का चालान करें। साथ ही उन्हें ऐसा दोबारा न करने के लिए समझाइस दें। निगमायुक्त ने सभी कुत्तों पालकों से यह भी आग्रह किया कि शौच कराने की जो प्रक्रिया है उसका उपयोग करें और अपने घरों के आसपास स्वच्छता का वातावरण बनाएं रखें।