
पंकज खोल सकता है कई राज
नीरज हत्याकांड में पंकज और संतोष सिंह दो ऐसे नाम हैं, जिनके पास कई राज छिपे हैं।हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार दोनों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही थी। लेकिन घटना के बाद दोनों भूमिगत हो गए थे। पंकज के पकड़े जाने के बाद संतोष के बारे में भी खुलासा होगा। साथ ही यह भी पता चला चलेगा कि हत्या के बाद मर्डर वेपन कहां हैं, सुपारी की रकम कितनी है, हत्या के लिए उसे किसने लाइजनर की भूमिका में इस्तेमाल किया है।
कैसे हुई थी हत्या
धनबाद के पूर्व डिप्टी मेयर और कांग्रेस नेता नीरज सिंह और उनके तीन समर्थकों को हमलावरों ने 21 मार्च की शाम गोलियों से भून दिया था। यह हमला उस वक्त हुआ, जब नीरज सिंह अपनी गाड़ी से स्टील गेट स्थित रघुकुल आवास जा रहे थे। नीरज सिंह की गाड़ी जैसे ही स्टील गेट पहुंच कर ब्रेकर पर धीमी हुई, हमलावरों ने तीन तरफ से उन्हें घेर लिया। जब तक नीरज सिंह कुछ समझ पाते हमलावरों ने उन पर गोलियों की बरसात कर दी। एक के बाद एक 100 से ज्यादा राउंड फायरिंग की गई। अगली सीट पर बैठे नीरज सिंह को 25 गोलियां लगी, जबकि उनकी बाॅडी पर 67 गोली लगने के निशान मिले। सरेआम हुए इस हमले में उनके निजी बॉडीगार्ड मुन्ना तिवारी, चालक घलटू और करीबी समर्थक अशोक यादव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी।