
गौरतलब है कि पूर्व में भी बदरवास विकासखंड के ही सेमरीखुर्द में कार्यरत अध्यापक अर्जुन कुशवाह की सड़क दुर्घटना में अचानक मृत्यु हो जाने पर इन्हीं अध्यापक ने अगस्त माह में आपसी संग्रह कर लगभग दो लाख की आर्थिक मदद उनके पीड़ित परिवार को की थी। अब दूसरी बार भी अपने अध्यापक साथी सुरेश गोलिया की अचानक मृत्यु हो जाने पर उनके पीड़ित तथा परेशान परिवार की मदद में आगे आये अध्यापक शिक्षक साथियों ने चार लाख की राशि मृतक अध्यापक के परिवार को सौंपकर मानवता की मिसाल कायम कर एक आदर्श उदाहरण पेश किया है।
अभियान से जुड़े अध्यापकों ने बताया कि कुछ दिनों पहले मावि इंदार में पदस्थ अध्यापक सुरेश गोलिया का अचानक देहांत हो गया था। सुरेश की पारिवारिक आर्थिक स्थिति कमजोर होने से परिवार पर आर्थिक संकट आ पड़ा था। चूंकि अध्यापकों के परिवार को सरकार की तरफ से मृत होने पर बीमा,जीपीएफ, पेंशन आदि की सुविधा नहीं है।
सुरेश के देहांत होने पर परिवार को चलाने तथा कमाकर भरणपोषण की समस्या खड़ी हो गई। ऐसी विकट स्थिति को देखते हुए अध्यापक और शिक्षक साथियों ने सदमे से पीड़ित और शोक संतप्त परिवार की मदद करने का बीड़ा उठाया और सोशल मीडिया ओर व्हाट्सएप्प पर अध्यापकों के ग्रुपों में मदद की अपील डाली। इस अपील का बड़ा ही अच्छा असर हुआ और देखते ही देखते मदद का यह कारवां चल पड़ा और बड़ी संख्या में मदद के लिए सैकड़ों हाथ उठ गए।
अपने अध्यापक साथी के परेशान परिवार की मदद के इस पुनीत, पुण्य और परोपकार के कार्य में पूरे जिले के अध्यापकों ने जबरदस्त सहयोग किया। इस मदद अभियान में चार लाख की राशि विभिन्न माध्यमों से प्राप्त हुई और इस राशि में से दो लाख की एफडी सुरेश गोलिया की पुत्री के नाम तथा एक लाख की एफडी पुत्र के नाम और एक लाख नगद राशि अध्यापक सुरेश के घर जाकर उनके पीड़ित परिवार को सौंपी। अभियान से पीड़ित परिवार को मिली मदद से वे अविभूत दिखे तथा सभी लोगों को बहुत धन्यवाद दिया। पीड़ित परिवार की मदद के इस अभियान की सर्बत्र चर्चा हो रही है तथा लोग इस नेक ओर मानवता के कार्य की सराहना कर रहे हैं। मदद का यह अनूठा अभियान प्रदेश भर के अध्यापको में खासा चर्चित रहा क्योंकि पूर्व में इस प्रकार के अभियान ओर इतनी बड़ी राशि कहीं भी संग्रहित नहीं हुई।
मदद की इस अभियान को निरंतर चलाने में बड़ी संख्या में अध्यापक साथी लगे रहे और मंगलवार को अपने दिवंगत साथी की सहायता अभियान की मुहिम पूर्ण होने पर उनके कार्य की सार्थकता सिद्ध हुई। सहायता अभियान से प्राप्त राशि को सौंपते समय इस मुहिम से जुड़े लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे जिनमें शोभा मौर्य, नीरेन्द्र रघुवंशी, राजवीरसिंह यादव, स्नेह रघुवंशी, गोविंद अवस्थी, धर्मेंद्र रघुवंशी, भूपेंद्र रघुवंशी मनीष बैरागी, वंदना शर्मा, कल्याणसिंह ओझा, कपिल परिहार, साबसिंह नलवाया, रामसिंह जाटव, रामकृष्ण कबीरपंथी, मनमोहन जाटव, भरोसाराम गोलिया, वीणा गोलिया, सीताराम रघुवंशी, गोविन्द गोलिया, अरविंद गोलिया,आदि साथियों ने मृतक अध्यापक सुरेश गोलिया के घर जाकर यह आर्थिक मदद सौंपी ओर शोक संतप्त परिवार को ढाढस बंधाया।