भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार ने भाजपा के तीन पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी, उमा भारती और बाबूलाल गौर को आजीवन सरकारी बंगला आवंटित कर दिया है। जबकि कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्रियों को सड़क पर ला दिया है। पिछले दिनों शिवराज सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा का बंगला खाली करा लिया था। नई आवंटन सूची में दिग्विजय सिंह का नाम भी नहीं है।
पत्रकार सुनील शर्मा की एक रिपोर्ट के अनुसार मप्र की भाजपा सरकार चुनाव से पहले अपनों को उपकृत करने की नीति पर काम कर रही है। मध्यप्रदेश की तत्कालीन भाजपा सरकार के तीन पूर्व मुख्यमंत्री सर्वश्री कैलाश जोशी, उमा भारती और बाबूलाल गौर को उनके वर्तमान शासकीय आवास को नि:शुल्क आजीवन आवंटित कर दिया है। चौंकाने वाला तथ्य यह रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्रियों की इस सूची में 10 साल तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह को बाहर का रास्ता दिखाया गया है। इससे पहले सरकार ने छत्तीसगढ़ राज्य का हवाला देते हुए प्रदेश के एक अन्य तत्कालीन कांग्रेस सरकार के पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोरा से प्रोफेसर कालोनी स्थित उनका बंगला जबरिया खाली करा लिया था।
बता दें कि इन दिनों मप्र में शिवराज सिंह विरोधी लहर चल रही है। सीएम इसी लहर से खुद को बचाने के लिए तमाम उपक्रम कर रहे हैं। जिन तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को सरकारी आवास आवंटित किए गए हैं उनमें से 2 शिवराज सिंह चौहान के लिए बड़ा खतरा हैं। उमा भारती समर्थकों की आज भी मप्र में कमी नहीं है और शिवराज सिंह ने ना केवल उमा भारती को प्रदेश से दूर बनाकर रखा बल्कि उनके समर्थकों को भी लूप लाइन में डाला। बाबूलाल गौर के साथ किया गया अत्याचार तो सभी को याद है। फार्मूला 75 के नाम पर उन्हे अचानक मंत्री पद से हटा दिया गया। बाबूलाल गौर भाजपा के उन जमीनी नेताओं में से हैं जिन्होंने ना केवल अटल अडवाणी के साथ काम किया बल्कि आज भी उनकी कानूनी समझ और पकड़ का लोहा हर कोई मानता है। उनके बयान अक्सर शिवराज सिंह को संकट में डाल देते हैं।