भोपाल। भाजपा की मातृ संस्था RSS से को नियम पालन के लिए बाध्य कर देने वाली महिला आईएएस तन्वी हुड्डा का ट्रांसफर कर दिया गया है। वो सतना में महैर की एसडीएम थी। उन्हे नरसिंहगढ़ जिला राजगढ़ का एसडीएम बनाया गया है। तन्वी 2013 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। आरएसएस से पंगा लेने के बाद भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी लगातार तन्वी के पीछे पड़े थे। मप्र शासन के मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह के हस्ताक्षर से जारी आदेश के अनुसार राजस्व विभाग में उप सचिव रवि डफरिया को मध्यप्रदेश राज्य सूचना आयोग में सचिव बनाया गया है। जबलपुर के अपर कलेक्टर संजय गुप्ता भोपाल में नर्मदा घाटी विकास प्राधिकारण के संचालक पदस्थ किए गए हैं। इसके इतर एक अन्य आदेश जारी करके सतना जिले के मैहर की अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) तन्वी हुड्डा को नरसिंहगढ़, जिला राजगढ़ की अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) बनाया गया है।
क्या है मामला
तन्वी ने 2013 में UPSC टॉप किया है। मैहर में मां शारदा प्रबंध समिति के यात्री निवास में तीन दिनी कार्यक्रम के लिए आरएसएस के पदाधिकारी पहुंचे थे। इनके कार्यक्रम के लिए मैहर विधायक ने मैहर की मां शारदा प्रबंध समिति की प्रशासक से मुफ्त में यात्री निवास लेने की कोशिश की जिस पर आईएएस अधिकारी व मैहर एसडीएम तन्वी हुड्डा ने पानी फेर दिया। इस मामले में कलेक्टर का हस्तक्षेप भी काम नहीं आया तो अंतत: विधायक नारायण त्रिपाठी को सवा लाख रुपए जमा कराने पड़े।
मैहर में मां शारदा प्रबंध समिति का यात्री निवास क्रमांक तीन है। इस पूरे यात्री निवास को तीन दिन के लिए संघ के कार्यक्रम के लिए देने की खातिर विधायक नारायण त्रिपाठी ने मां शारदा प्रबंध समिति से मांग की। कार्यक्रम में आरएसएस के सह सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी आए थे। समिति की प्रशासक व मैहर एसडीएम तन्वी हुड्डा ने इसके लिए आयोजकों को आदेश दिया कि एक लाख तीस हजार रुपए किराया जमा करा दें।
विधायक ने कहा कि संघ के कार्यक्रम के लिए निवास मुफ्त में दे दिया जाए पर प्रशासक ने इससे मना कर दिया। इस पर विधायक ने कलेक्टर नरेश पाल से हस्तक्षेप करने को कहा। लेकिन प्रशासक ने नियमों का हवाला देकर राशि जमा कराने की बात कही तो कलेक्टर ने भी हाथ खींच लिए। इस बीच मीडिया में मसला उठने के बाद विधायक ने किराया जमा कराया। तभी से यह तनातनी शुरू हो गई थी।