
कैसे की धोखाधड़ी...
पुलिस सूत्रों के मुताबिक कटनी के बहोरीबंद और जबलपुर के दो डॉक्टरों को कुछ दिन पूर्व किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन किया। उसने खुद को स्वास्थ्य मंत्री का पीए महेश गुपता बताया। उनसे कहा कि तबादलों पर रोक हटने पर उनके तबादला आवेदन पर आगे की कार्यवाही हो जाएगी। अज्ञात व्यक्ति ने दोनों डॉक्टर्स से इसके ऐवज में क्रमश: दो और एक लाख रुपए लेते हुए तबादले के बाद इन्हें वापस करने का भी वादा किया।
तबादला प्रतिबंध हटने पर भी जब दोनों के तबादला आदेश नहीं जारी हुए, तो दोनों डॉक्टर्स ने मंत्री के कर्मचारियों से संपर्क साधा, जिसके बाद इस फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। यादव ने बताया कि शिकायत की जांच और दोनों डॉक्टर्स के विस्तृत बयान लेने के बाद कल इस बारे में प्रकरण दर्ज किया गया है।