BJP की महापौर ने सरकारी खर्चे पर करवाया तांत्रिक अनुष्ठान: अंधविश्वास

सतना। यूं तो भारत की सरकार तंत्र मंत्र में विश्वास नहीं करती और अंधविश्वास का तीव्र विरोध करती है परंतु यहां भाजपा की महापौर ने सरकारी खर्चे पर तांत्रिक अनुष्ठान करवाया। यह अनुष्ठान नगरनिगम के सरकारी भवन में किया गया। महापौर का कहना है कि नगरनिगम को बुरी नजर लग गई है। किसी ने जादू टोना कर दिया है। इसलिए यह तांत्रिक क्रियाएं जरूरी हैं परंतु सवाल यह है कि जब संविधान इसकी इजाजत नहीं देता तो जनता के बीच अंधविश्वास फैलाने वाले कार्यक्रम के खिलाफ सरकार क्या कोई कार्रवाई करेगी। 

महापौर ममता पांडेय का कहना है कि जब से सतना स्मार्ट सिटी घोषित हुआ तब से निगम को किसी की नजर लग गई है। इसे दूर करने के लिए शनिवार को निगम परिसर में हवन का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे नगर निगम में महापौर ममता पांडेय और प्रभारी आयुक्त आरपी डेहरिया ने हवन कर पूजा पाठ किया।

मुसीबतों से छुटकारा
महापौर ममता पांडेय ने हवन करने के बाद पूजा किया और फिर तंत्र-मंत्र से वशीभूत करके एक नीबू और पांच हरी मिर्च को एक धागे में पिरोकर नगर निगम के मुख्यद्वार में बांध दिया। इस दौरान महापौर ने भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा कि निगम को किसी की नजर न लगे। निगम में आने वाली सभी बलाएं दूर हों और मुसीबतोें से छुटकारा मिले। साथ ही उन्होंने स्मार्ट सिटी सहित सभी प्रकार की योजनाओं का सही क्रिन्यावन तथा सुख समृद्धि की कामना की। इस दौरान भाजपा पार्षद, नगर निगम के इंजीनियर व अन्य कर्मचारी मौजूद रहे।

इसलिए भयभीत हैं महापौर 
दरअसल 23 जून को सतना नगर निगम स्मार्ट सिटी घोषित हुआ और 26 जून को निगम आयुक्त सुरेन्द्र कुमार कथूरिया 22 लाख की रिश्वत लेते हुए पकड़ गए। जिन्हें बाद में जेल भी जाना पड़ा। उधर नगर निगम में एक डॉक्टर दंपती और निगम कर्मचारियों के बीच विवाद हो गया, जिसे लेकर खूब हंगामा हुआ। इसके बाद तीन दिनों तक कर्मचारी हड़ताल पर रहे और शहर की मूलभूत सुविधाएं ठप रहीं। उधर कथूरिया के जेल जाने के बाद आरपी डेहरिया को प्रभारी आयुक्त बना दिया गया लेकिन उनके कुर्सी संभालने के एक दिन बाद ही अज्ञात वाहन ने उनकी कार को जोरदार टक्कर मार दी। इसके दूसरे दिन आयुक्त ने दो इंजीनियरों को निलंबित कर दिया और फिर इतना बवाल हुआ कि दो घंटे बाद ही आदेश निरस्त करना पड़ा।

तांत्रिक अनुष्ठान के समय लगी आग, जेब कटी
खास बात ये है कि शनिवार को जिस समय निगम में हवन चल रहा था, उसी समय आयुक्त के चेम्बर में शार्ट सर्किट से आग भड़क गई उसे जल्द ही बुझा लिया गया। उसी समय हवन कार्यक्रम मेें शामिल एक कर्मचारी का किसी ने पर्स पार कर दिया।

ममता पांडेय, महापौर का कहना है कि यहां कुछ लोग ऐसे हैं जो नहीं चाहते की सतना का विकास हो, इसलिए सतना स्मार्ट सिटी घोषित होने के बाद जादू-टोना कराने लगे हैं। मुझे लगता है कि नगर निगम को किसी की नजर लग गई है, इसलिए हवन कार्यक्रम किया गया है। ताकि सुखसमृद्धि आए और शहर का विकास हो सके। 

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