रुस ने अमेरिका के 755 राजनयिकों को देश से निकाला: स्थिति गंभीर

नई दिल्ली। दुनिया में इन दिनों स्थिति गंभीर होती जा रही है। इधर भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है तो उधर रुस और अमेरिका के बीच की कलह इतनी बढ़ गई कि रुस से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के खिलाफ सख्त कदम उठा लिया। पुतिन ने रूस पर हाल में लगाए गए कड़े प्रतिबंधों की प्रतिक्रिया में अमेरिका के 755 राजनयिकों को देश से निकल जाने का फरमान सुना दिया है। पुतिन ने यह भी कहा है कि आने वाले दिनों में दोनों देशों के रिश्ते सुधरने वाले नहीं हैं। पुतिन ने आदेश दिया है ये सभी राजनयिक तुरंत रूस छोड़ दें। 

इससे पहले रूस के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका से अपने राजनयिकों की संख्या घटाने को कहा था। रूस ने राजनयिकों की संख्या घटाकर 455 पर लाने की बात कही थी। अमेरिका में भी रूस के इतने ही राजनयिक कार्यरत हैं। रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने एक टीवी चैनल Rossia-24 को दिए इंटरव्यू में कहा कि 'अमेरिकी दूतावास और अन्य दफ्तरों में एक हजार से अधिक लोग अभी भी काम कर रहे हैं।' पुतिन ने कहा, ये 755 लोग रूस में अपनी सारी गतिविधियों को तुरंत प्रभाव से रोक दें। 

पुतिन ने कहा कि वॉशिंगटन के साथ रूस के संबंधों में 'जल्द' कोई बदलाव की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा, 'हमने काफी इंतजार किया, हमें उम्मीद थी कि स्थिति बेहतर होगी।' उन्होंने कहा, 'लेकिन लगता है कि अगर स्थिति बदलती भी है तो यह जल्द नहीं बदलेगी।' अमेरिकी सेनेट ने गुरुवार को एक विधेयक को मंजूरी दी जिसमें 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में रूस के कथित तौर पर संलिप्त रहने और 2014 में क्रीमिया पर कब्जे के लिए प्रतिबंध कड़े करने की बात है। प्रतिबंध वाले विधेयक में ईरान और उत्तर कोरिया भी निशाने पर हैं।

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