
विदित हो कि बीते दिनों मंदसौर में फायरिंग के दौरान हुई 6 किसानों की मौत के बाद कांग्रेस ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का पुतला दहन का कार्यक्रम तय किया था। करैरा में विधायक शकुंतला खटीक इस प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहीं थीं। पुतले में जैसे ही विधायक ने आग लगाई, फायर बिग्रेड से उसे बुझा दिया गया। बस इसी के साथ विधायक भड़क गईं और थाने में आग लगाने की धमकी देने लगीं।
भोपाल समाचार से बात करते हुए श्रीमती खटीक ने स्वीकार किया था कि उन्होंने इस तरह का बयान दिया है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया था कि टीआई ने उन्हे धक्का दिया इसलिए उन्होंने आक्रोशित होकर बयान दे दिया। जबकि आज शिवपुरी में जारी बयान में उन्होंने सफाई दी है कि उन्होंने ऐसा नहीं कहा जैसा कि वीडियो में दिख रहा है। वीडियो एडिटेड है।