
अर्पित ने बताया कि मैंने अपने माता-पिता के सपनों को साकार कर दिखाया। उन्होंने बताया कि वे आगे की पढ़ाई मुंबई के आईआईटी में करना चाहते हैं। वैसे अर्पित का लक्ष्य गूगल में काम करते हुए अपना मुकाम हासिल करने का है। अर्पित को आईआईटी मेन्स में 244 रैंक मिली थी।
बकौल अर्पित परीक्षा की तैयारी के लिहाज से सभी विषयों को समान समय देते थे। वे बगैर तनाव के परीक्षा की तैयारी करते थे। वे शांत और तनावरहित रहने के अलावे सोशल मीडिया से दूर रहते थे। अर्पित मानते हैं कि सोशल मीडिया से तनाव काफी बढ़ता है। अर्पित की पढ़ाई के प्रति लगन और पिता की हालत को देखते हुए कोचिंग संस्थान ने भी उसकी पूरी मदद की और उसे फ्री में कोचिंग में बैठने की अनुमति दी गई।