बिना ID के मीटर रीडर आए तो घुसने मत देना

जबलपुर। बिजली कंपनी मीटर रीडिंग करने वालों को बिना पुलिस वेरीफिकेशन के ही भर्ती कर रही हैं। इसका फायदा उठाकर कई आपराधिक प्रवृत्ति के लोग ठगी, लूट और चोरी जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। ये खुलासा सोमवार को गोरखपुर स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स व्यवसायी दीपक भाटिया के घर से पकड़े गए आरोपी ने पुलिस पूछताछ में किया है। आरोपी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं, जिसमें अवैध कनेक्शनों का गोरखधंधा भी उजागर हुआ है। सूत्रों के अनुसार क्राइम ब्रांच की एक टीम इस मामले में सबूत जुटा रही है। जल्द ही बड़े गिरोह के भंडाफोड़ होने की संभावना जताई जा रही है। पुलिस ने आम लोगों से अपील की है कि मीटर रीडिंग करने वालों को आईडी देखकर ही घर में प्रवेश दें। किसी भी आशंका पर संबंधित थाने या डायल 100 पर फोन करके पुलिस को खबर दे सकते हैं।

सोमवार की दोपहर हाथीताल राधास्वामी सत्संग भवन के पास रहने वाले मिक्की इलेक्ट्रॉनिक्स के संचालक दीपक भाटिया के घर में तीन युवक मीटर रीडर बनकर पहुंचे थे। जिनमें से एक युवक ने दीपक के घर में जबरन घुसने का प्रयास किया था। लेकिन बेटे का फोन आने पर दीपक समय रहते घर पहुंच गए। जिसके बाद उन्होंने पड़ोसियों की मदद से एक आरोपी को पकड़ लिया था। युवक की पहचान बीटी बंगला, गढ़ा निवासी शिवम सोनी के रूप में हुई थी।

बिजली कंपनी में कर चुका है काम
शिवम सोनी ने पुलिस को बताया कि वह कुछ महीने पहले एमपीईबी में ठेके पर काम करने वाली निजी कंपनी में काम कर चुका है। वह एमपीईबी की टीम के साथ कई रहवासी कॉलोनियों में लाइन और मीटर चेकिंग के लिए जाता था। इस दौरान उसे इस बात का पता चला कि कई लोग एमपीईबी कर्मियों के साथ मिलकर अवैध कनेक्शन घर-दुकान में कराकर बिजली चोरी करते हैं। काम छोड़ने के बाद वह उन कॉलोनियों में पहुंचकर चोरी के कनेक्शन लगाने वालों से वसूली करता था।

आरोपी को भेजा जेल
गोरखपुर टीआई इंद्रमणि पटेल के अनुसार दीपक भाटिया के घर में मीटर रीडर बनकर पहुंचने वाले शिवम सोनी के खिलाफ 151 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर उसे जेल भेज दिया है।

इन बातों का रखें ध्यान
रीडर का काम सिर्फ घरों के बाहर लगे मीटरों में दर्ज रीडिंग को नोट करना है। यदि आपका मीटर घर के अंदर लगा हो तो रीडिंग नोट करके रीडर को बाहर से दर्ज करा सकते हैं।
यदि आप रीडिंग नोट नहीं कर सकते तो रीडर की आईडी देखकर ही अंदर आने दें।
किसी भी आशंका पर डायल 100, संबंधित थाने के साथ पुलिस कंट्रोल रूम के नंबर 0761-2676100 या 102 पर फोन करके मदद मांग सकते हैं।
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