
41 बिंदुओं के तहत रखी जाएगी जानकारी
जानकारी के अनुसार शहर भर में तीन या उससे ज्यादा अपराध करने वाले लोगों की एफआईआर होने के बाद उनको पुलिस की गुंडा सूची में शामिल कर लिया जाएगा। इसमें उनके स्थायी पता, पहचान पत्र, आधार नंबर, पहचान चिन्ह और हाथों के निशान लेकर रखे जाएंगे, करीबी के नाम सहित ऐसे 41 बिंदुओं के तहत जानकारी रखी जाएगी। इससे राजधानी में गुंडे बदमाशों की संख्या पौने चार हजार के करीब पहुंचने की आशंका है।
पुलिस के पास रिकार्ड रहेगा
कई बार लूट या चोरी में नए बदमाश शामिल हो जाते हैं। जिनके नाम और पहचान पुलिस के पास नहीं होते हैं। इस कारण जांच में परेशानी आती है। इस नई व्यवस्था के बाद पुलिस के पास नए बदमाशों का भी रिकार्ड होगा। ऐसे में अपराध होने के बाद बदमाशों की आसानी से पहचान की जा सकेगी।