
यूपी के कानपुर में बुधवार को उनसे जब उस वादे के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि बच्चा भी पैदा होते ही नहीं चलने लगता है. आप तो चाहते हैं कि बच्चा 15 दिन में ही चलने लगे. जब कानपुर के नाले टेप होंगे तो आपको पता चल जाएगा.
उमा के बयान को लेकर स्थानीय लोगों ने भी नाराजगी जताई. उनका कहना था कि नेता अकसर अपने वायदे भूल जाते है. मंत्री जी को तो अपना वायदा याद रखना चाहिए जो उन्होंने इसी सरसैया घाट पर कहा था.
केंद्र ने गंगा नदी को साफ करने की परियोजना ‘नमामि गंगे’ के मद में 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि आवंटित की है. मोदी सरकार ने पिछले तीन साल में 'नमामि गंगे योजना' के अंतर्गत करोड़ों रुपए खर्च किए. तमाम योजनाएं बनाई गई, लेकिन कुछ भी खास हल नहीं निकला. इस वजह से स्थानीय लोगों में अब हताशा और निराशा दिखने लगी है.