
12वीं में 65 प्रतिशत छात्रों के फेल होने के बाद सरकार ने ये कार्रवाई की है। हालांकि, इससे पहले खराब रिजल्ट को लेकर ज्यादातर लोगों ने इसकी वजह नकल का ना होना बताया था लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने हंगामा कर रहे छात्रों का समर्थन किया।
बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष केदार पांडे ने भी ख़राब रिजल्ट पर हैरानी जताई और फिर से कॉपी जांचने की मांग की। छात्रों का बवाल बढ़ता देख बिहार सरकार भी बैकफुट पर आ गई। सरकार की तरफ से यह कहा गया कि जिन छात्रों को रिजल्ट्स ठीक नहीं लगा उनकी कॉपी फिर से जांची जाएगी।