
चाहे नर्मदा सेवा यात्रा की बात हो या युवाओं,कर्मचारियों व आमजन से जुड़ी हर परेशानी का हल न करते हुए सरकार सिर्फ आश्वासन का पाखंड करने में लगी है। किसान परेशान है,कर्जमाफी के वादें से सरकार मुकर चुकी है जो किसान इस सराकार को कई बार कृषि कर्मण अवार्ड दिलवाता है यह सरकार उसी का गला घोटने में लगी है।
छोटे वर्ग के कर्मचारियोंपर जो शोषण शिवराज सरकार कर रही है उससे आज निम्नवर्ग के लोगोंको जीवन यापन करने में परेशानी देखना पड़ रही है । साथ ही हर बार मुख्यमंत्री कभी युवा पंचायत,कभी जनप्रतिनिधीयों की पंचायत इस प्रकार की पंचायत में झुठ का पुलिंदा जनता पर थोपने में महारत हासिल कर चुके पाखंडी शिवराज जनता मुर्ख समझने लगे है।
यह सरकार जिस प्रकार अतिथि शिक्षकों समेत अन्य शिक्षकों को कम बच्चें होने पर विधालय बंद कर नई गाइड लाइन अतिशेष के तहत विकलांग और महिला शिक्षकों को दुर दुर के अन्य स्थानों पर भेज रही है । कम वेतन में इन लोगों का दुर रहना काफी समस्याओं से घिरा रहता है लेकिन सरकार को अपनी तानाशाही के आगे किसी की चिंता नही है । ऐसा पटवारीयों व सचिवों के साथ भी कई परेशानीयां यह सरकार उत्पन्न कर रही है । साथ ही एंबुलेस कर्मचारियों को तो खुन से पत्र लिखने पर मजबुत होना पड़ रहा है लेकिन सरकार की निंद नही खुल रही है।चौधरी ने प्रदेश के सभी वर्गे से आग्रह किया है कि पाखंडी शिवराज से हमें पुरी ताकत से लड़ना होगा। जनता को जगाना होगा तभी जाकर इस पाखंडी के अत्याचारी युग का अंत होगा।