
हार्डवर्कर तलाश रहे थे सुहास भगत
भाजपा के भोपाल जिलाध्यक्ष के लिए संगठन महामंत्री सुहास भगत ने कुछ वरिष्ठ स्वयंसेवकोंं और नेताओं से इस संबंध में चर्चा की थी। भगत को इसके लिए एक हार्डवर्कर की तलाश थी। साथ में वह चाहते थे कि जिलाध्यक्ष ऐसा हो जो किसी गुट का ना होकर संगठन का काम करे। राजधानी होने के कारण भोपाल जिले संगठन का कामकाज अव्वल दर्जे का होना चाहिए। संगठन की दृष्टि से अभी यहां बेहतर काम हो रहा है।
आपसी विवाद में उलझे थे नेता
जिलाध्यक्ष के लिए पहले कई नामों पर चर्चा हुई, लेकिन सांसद, विधायक या अन्य नेता एक नाम पर सहमत नहीं हुए। इसलिए बार-बार फैसला अटकता रहा।
ये नाम भी थे चर्चा में
सत्यार्थ अग्रवाल: जिले में अभी महामंत्री हैं। संगठन की ओर से इनका नाम आगे आया था।
भगवानदास सबनानी: पहले जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। कुछ स्वयंसेवकों ने नाम आगे बढ़ाया था, पर पार्टी छोड़ने का लगा ठप्पा है।
अनिल अग्रवाल: जिले में महामंत्री हैं। उक्त नामों के साथ ही अन्य नाम चर्चा में हैं। लेकिन जिस तरीके से संगठन महामंत्री गुपचुप राय ले रहे हैं, उससे लगता है कोई नया चेहरा सामने आ सकता है।