नग्न लाश लटकी थी थाने में, पुलिस की कहानी संदिग्ध

रतिराम राजन/छतरपुर। नौगॉव थाना में चोरी के एक आरोपी की मौत, हत्या की ओर इशारा कर रही है। फोटो सामने आई है कि थाने के लॉकअप में चोर की नग्न लाश लटकी थी। इसके इतर जब मृतक के परिजनों ने पुलिस पर हत्या के आरोप लगाने की कोशिश की तो एसपी की मौजूदगी में एसडीओपी ने अपनी टोपी से बयान दे रहे परिजन का चेहरा ढंक दिया ताकि उसका फोटो ना लिया जा सके और मामले को दबाया जा सके। एसपी ने अब तक केवल 2 सिपाहियों को सस्पेंड किया है। 

पुलिस का कहना है कि मृतक ने लॉकअप में कंबल की रस्सी बनाकर फांसी लगाई थी लेकिन कई सवाल हैं जो पुलिस के बयानों को जांच की जद में लाते हैं। 
  1. थाना के जिस लॉकप में सुनील बंद था, उसमें कंबल काटने का औजार कहां से आया। केवल सुनील को ही क्यों हिरासत में लिया, उसके साथी को पकड़कर क्यों नहीं लाई। 
  2. सुनील पर चोरी का आरोप था। पब्लिक ने पकड़ लिया था। पुलिस साथ ले आई थी। फिर वो क्या कारण बने जिसके चलते सुनील ने फांसी लगाई। जबकि आत्मग्लानी यहां कारण नहीं हो सकती क्योंकि वो तो निगरानी शुदा चोर था। 
  3. पुलिस अधीक्षक ने थाना नौगॉव परिसर में 4 बजे प्रातः डेरा डाल लिया था। ऐसा क्यो ? 
  4. जब मृतक के परिजन पुलिस पर आरोप लगा रहे थे। तभी अजाक के डीएसपी ने अपनी सरकारी टोपी से परिजनों का मुह छिपाया। ऐसा क्यों, क्या मजबूरी थी डीएसपी की। क्या रोकना चाहते थे वो। 
  5. कंबल को काटकर रस्सी बनाना, फिर अपने सारे कपड़े उतारना और फांसी का फंदा बनाकर उसे बांधना, उस पर लटकना। क्या यह सबकुछ पलक झपकते हो गया। लॉकअप पर किसी पुलिस वाले की नजर नहीं थी। जबकि लॉकअप पर 24 घंटे गार्ड तैनात होता है। 
  6. पुलिस ने सुनील को 1 बजे पकडा और 2 बजे सुनील फांसी पर लटकता मिला। मात्र एक घंटे में ऐसा क्या हो गया था। 
  7. आखिर सुनील के कपडे किसने उतारे पुलिस ने या सुनील ने। या फिर पुलिस सुनील को नंगा करके पीट रही थी। पब्लिक उसे पहले ही पीट चुकी थी। पुलिस की पिटाई वो बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसकी मौत हो गई। 
  8. जिस तरह से लाश लटकी हुई है, यह आत्महत्या हो ही नहीं सकती। लाश के पैर जमीन पर मुड़े हुए हैं। ऐसी स्थिति में मौत संभव ही नहीं है। लाश कंबल की रस्सी पर लटकी है, वो रबर या प्लास्टिक की रस्सी नहीं है जो लाश के वजन से लंबी हो गई हो। ऐसा तो तभी होता है जब हत्या करके लाश को जल्दबाजी में लटकाया जाए। 

इस संबंध में पन्ना अजयगढ थाना पुलिस का कहना है। सुनील विश्वकर्मा ग्राम पडवाह थाना अजयगढ का निवासी है। सुनील के खिलाफ थाना में एक भी प्रकरण दर्ज नही है। पन्ना कोतवाली निरीक्षक अरविन्द्र सिंह दांगी ने बताया है कि सुनील विश्वकर्मा निगरानी शुदा चोर है। सुनील के खिलाफ कोतवाली में सत्र 2014,15,16 में चोरी के आठ प्रकरण दर्ज है।

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