BHOPAL में लोगों ने टाइगर के इलाके में मकान बना डाले

भोपाल। दुनिया में टाइगर काफी कम रह गए हैं और फिर वो हिंसक जानवर है। इंसानों के लिए सबसे खतरनाक। बावजूद इसके भोपाल में लोगों ने टाइगर के इलो में मकान बना डाले। एनजीटी ने कलियासोत और केरवा के बाघ टेरीटरी इलाके में निर्माण कार्यों पर रोक लगाई थी लेकिन इस क्षेत्र में रसूखदारों के फार्म हाउस और उनमें होने वाले निर्माण जंगलों में विचरण करने वाले वन्य प्राणियों के लिए परेशान बन रहे हैं।  

आधा दर्जन बाघ-बाघिन का मूवमेंट
रातापानी अभयारण्य में कुछ सालों से बाघ प्रजाति की संख्या में इजाफा हुआ है। तीन-चार साल पहले जहां भोपाल के आसपास के जंगलों में एक-दो बाघ-बाघिन सक्रिय थे, उनकी संख्या अब बढ़ गई है। छह महीने से भोपाल के पास आधा दर्जन से अधिक बाघ- बाघिन का मूवमेंट देखा गया है।

वन विभाग के आला अधिकारियों का कहना है कि ईको पर्यटन पर फिलहाल रोक नहीं, लेकिन उनको घने जंगल में जाने की अनुमति लेनी होगी। इन दिनों बाघ-बाधिन का मूवमेंट बढ़ रहा है। इसके चलते सैलानियों पर भी नजर रखी जा रही है, उन्हें डेम के आसपास जाने से रोका जा रहा है।

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