भोपाल। शहडोल में उपचुनाव की जमीन पर वोटों की जमावट में लगे सीएम शिवराज सिंह ने एक छोटी सी शिकायत पर जिस टीआई को सस्पेंड करवा दिया था, जांच में वो निर्दोष निकला। अब ठीकरा एसपी सुशांत सक्सेना पर फोड़ने की प्लानिंग चल रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पिछले दिनों जयसिंह नगर पहुंचे। कुछ लोगों ने उनसे गुहार लगाई कि उनके परिजन की हत्या हुई है लेकिन टीआई उसे आत्महत्या बता रहे हैं। बस फिर क्या था, सीएम शिवराज सिंह चौहान 'नायक' बन गए। उन्होंने मौके पर ही टीआई को सस्पेंड करने का इशारा कर दिया। शाम होते होते एसपी शहडोल सुशांत सक्सेना ने टीआई प्रफुल्ल कुमार राय और एएसआई बालेंद्र मिश्रा को निलंबित कर जांच ब्यौहारी थाना प्रभारी राजेश मिश्रा को दे दी। अब राजेश मिश्रा की जांच में भी मामला प्रेमप्रसंग के चलते आत्महत्या करने का सामने आया है। इसी के साथ टीआई के खिलाफ हुई फटाफट कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं। मामले में सीएम को बचाने के लिए एसपी शहडोल को गलत कार्रवाई का जिम्मेदार बताया जा रहा है।
यह था घटनाक्रम
शहडोल जिले के जयसिंह नगर में 28 अगस्त को आॅटो चालक युवा अविनाश गुप्ता की लाश पुलिस ने बरामद की थी। गुप्ता के परिजनों ने हत्या की आशंका व्यक्त की थी। इसके बाद तत्कालीन थाना प्रभारी प्रफुल्ल कुमार राय ने जांच सहायक उपनिरीक्षक बालेंद्र मिश्रा को दी। जांच में मामला प्रेम प्रसंग के चलते आत्महत्या का सामने आया। थाना प्रभारी की जांच से अविनाश गुप्ता के परिजन संतुष्ट नहीं थे। इसीलिए उन्होने सीएम से शिकायत की।