
मामला पिंडरई पुलिस चौकी प्रभारी मुकेश द्विवेदी पर नैनपुर थाना थाने में दर्ज हुए दहेज एक्ट का है। इससे पहले मुकेश ने अपने घर में फांसी लगाने की कोशिश की थी। जिसे बिफल कर दिया गया। पत्नी स्वाती ने अपने पिता को बुलाया घर छोड़कर चली गई। जाते जाते नैनपुर थाने में दहेज एक्ट का मामला दर्ज करा गई। मामला दर्ज हुआ तो मुकेश को सस्पेंड भी करना पड़ा।
अब पिंडरई नगर में आक्रोश का माहौल बना हुआ है। सस्पेंड हुये आरोपी के समर्थन में नगर वासियों ने मुख्यमंत्री के नाम एसपी और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ग्रामीणों का कहना है कि चौकी प्रभारी मुकेश द्विवेदी पर उनकी पत्नी और उसके परिजनों ने झूठा प्रकरण दर्ज कराया है। लोगों ने चौकी प्रभारी पर दर्ज प्रकरण को खारिज कर उन्हें बहाल करने की मांग की है। साथ ही चौकी प्रभारी के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज और सस्पेंड किये जाने के विरोध में रविवार को पिंडरई बंद का आह्वान भी किया गया।
पहली कहानी
जब मुकेश ने फांसी लगाने की कोशिश की तो कहानी सामने आई कि वो अपनी पत्नी स्वाती की मनमानियों से दुखी थे। स्वाती ने मना करने के बाद भी रात को कूलर चला दिया, जिससे मुकेश की तबीयत खराब हो गई। सुबह इसी बात पर विवाद हुआ और स्वाती की मनमानी से दुखी मुकेश ने फांसी लगाने की कोशिश की।
दूसरी कहानी
फिर जब स्वाती ने दहेज एक्ट का मामला दर्ज कराया तो कहानी बताई गई कि मुकेश हर रोज स्वाती को पीटता था। इतना ही नहीं वो लगातार दहेज मांग रहा था, फिर भी स्वाती सबकुछ सहन कर रही थी। जब उसने फांसी लगाने का नाटक किया तो स्वाती से रहा नहीं गया और उसने घर छोड़ दिया। स्वाती की एफआईआर के समर्थन में उसके 3 वर्षीय मासूम बेटे ने भी बयान दर्ज कराए हैं।
असली सच क्या है
यहां यह बताना जरूरी है कि जब मुकेश फांसी लगाने की कोशिश कर रहा था तब स्वाती ने ही आसपास के लोगों को बुलाकर मुकेश को समझाने के लिए कहा था। कमरे में बंद मुकेश ने लोगों के कहने पर दरवाजा खोला था।