
अब केवल जितना ही है, चाहे जो संकट आये अब अपना अधिकार ले कर ही रहेंगे। किसी भी प्रकार से सरकार के झांसे में नही आयेगे और न ही किसी प्रकार से हमारे आंदोलन और एकजुटता को क्षति पहुचाने वालो को बख्शेंगे।
चाहे प्राण चले जाये, जेल में डाल दे या फाँसी की सजा दे दे पर संविलियन से कम पर अब कोई समझोता नही। इसी के लिये सुनियोजित तरीके से क्रमबद्ध आंदोलन के रूप में
जगदीश यादव
प्रांताध्यक्ष
राज्य अध्यापक संघ एवं
मध्यप्रदेश के समस्त अध्यापक, संविदा शिक्षक