
कलेक्टर डिण्डोरी द्वारा की गयी जाँच में डिण्डौरी में वेयर-हाउसिंग कॉर्पोरेशन के गोदाम में भण्डारित गेहूँ की बोरियों से लिये गये सेम्पल में मिट्टी और चावल की बोरियों के सेम्पल में बिगब्रोकन को मान्य सीमा से अधिक पाया गया। जाँच की तकनीकी पुष्टि कर अब इसके लिये अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है।
मंत्री श्री धुर्वे ने कहा कि इसके लिये जो भी अधिकारी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ जल्द सख्त कार्यवाही होगी। कलेक्टर ने जाँच रिपोर्ट में बताया कि डिण्डोरी के वेयर-हाउस में 6473 बोरों में 3236.5 क्विंटल गेहूँ और 10 हजार 366 बोरों में 6486 क्विंटल चावल भण्डारित पाया गया। जाँच में 2688 बोरी के गेहूँ और 1947 बोरी के चावल का सेम्पल लिया गया।