बिहार में प्राइवेट डॉक्टर भी करेंगे कर्मचारियों का मुफ्त इलाज

पटना। कर्मचारी राज्य बीमा निगम से बीमित कर्मचारियों के लिए गुडन्यूज है। अब बीमा अस्पतालों के अलावा प्राइवेट डॉक्टर्स से भी उन्हें मुफ्त इलाज मिला करेगा। बीमा निगम राज्य के नामचीन डॉक्टरों का एक पैनल तैयार कर रहा है। इसके साथ ही प्राइवेट अस्पतालों को भी टाइ-अप करने की तैयारी चल रही है, ताकि कर्मचारियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें। 

बता दें कि बीमा अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी लगातार चल रही है। इस मुद्दे पर कई बार कर्मचारी संगठन हंगामा भी कर चुके हैं। कर्मचारी बीमा निगम के क्षेत्रीय कार्यालय ने एक प्रस्ताव केंद्रीय मुख्यालय को भेजा था जिस पर मुहर लग गयी है। अब प्राइवेट अस्पतालों और उनके डॉक्टरों को पैनल बनाने के लिए जल्द ही कार्रवाई शुरू होगी। सभी डॉक्टरों का खर्च इएसआइसी खुद ही उठायेगा। अभी निगम में रजिस्टर्ड कर्मियों की कुल संख्या तकरीबन 4.50 लाख है, वहीं कर्मियों के लाभार्थी परिवार में यदि कम से कम पांच सदस्य भी रखे जायें तो कुल 20 लाख से ज्यादा लोग इस योजना से लाभान्वित होंगे।

अभी राज्य में कुल 19 डिस्पेंसरी कर रही हैं काम
वर्तमान में राज्य के 16 जिलों में 19 इएसआइ डिस्पेंसरी हैं। अभी तक पटना के फुलवारीशरीफ में इएसआइ का आदर्श अस्पताल है। पूरे राज्य में 20 लाख लोगों को इएसआइ अस्पताल और डिस्पेंसरी से इलाज की सुविधा मिलती है। कर्मचारी राज्‍य बीमा अधिनियम 1948 के तहत बिहार में 15 दिसंबर, 1957 से इएसआइ काम कर रहा है। इस पर औद्योगिक प्रतिष्ठानों में कार्यरत श्रमिकों और आश्रित परिवारों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी है। 
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