रातभर मच्छरों के साथ जागते रहे टॉपर्स, शाम को सीएम बोले किसी को कष्ट नहीं होने दूंगा

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाषण बड़े अच्छे देते हैं लेकिन उनकी सरकार व्यवस्था उतनी ही घटिया करती है। लैपटॉप के पैसे टॉपर्स के अकाउंट में ट्रांसफर किए जाने थे लेकिन भाषण सुनाने के लिए 16196 मेधावी छात्रों को भोपाल बुलाया गया। सारी रात वो मच्छरों के साथ जागते रहे। सुबह सड़े हुए केले और कचरे के बीच पका नाश्ता मिला। शाम को सीएम ने झकझोर देने वाला भाषण दिया। कहा मप्र में मेधावी छात्रों को कष्ट नहीं होने दूंगा। छात्र सोचते रहे, जो रातभर से हा रहा था, वो क्या था। 

भोपाल के नर्मदा भवन, नवीन स्कूल, पनघट गार्डन और सरोजिनी नायडू स्कूल समेत सभी 66 ठहरने के स्थानों पर नाश्ता देने का एक फार्मेट तय था। यहां छात्रों को एक केला, एक छोटा बिस्किट का पैकेट और एक छोटा कप चाय दी गई। वितरित किए गए केले सड़े-गले थे, जिसे छात्रों ने खाने से मना कर दिया। सरोजिनी नायडू स्कूल में मच्छर थे, हालांकि यहां पंखे लगे हैं, लेकिन रात में पंखे चालू किए तो बच्चों को ठंड लगी, लेकिन चादर का इंतजाम नहीं था।

लाल परेड ग्राउंड पर जहां कार्यक्रम हुआ। वहां बच्चों को बैठने के लिए 3 डोम बनाए गए थे। दूर से सबकुछ लक्झरी लग रहा था लेकिन डोम से बाहर निकलते ही कीचड़ फैला हुआ था। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए टॉपर्स में 8481 बालक व 7715 बालिकाएं थी। इन्हें 76 ठिकानों पर ठहराया गया। एक भी स्थान पर मच्छरों को भगाने के प्रबंध नहीं थे। कई जगह तो चादर तक नहीं थीं। 

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