
पीएनबी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से इंदिरापुरम के अहिसा खंड में साल 2008 में बनाई गई सोसायटी ‘श्री बालाजी रेजीडेंसी’ के कुछ फ्लैटों पर लोन दिया था। कंपनी का आरोप है लोन नहीं चुकाया गया। कंपनी ने जांच की तो पता चला कि लोन फर्जीवाड़ा कर हासिल किया गया। जहां 22 लाख रुपए से लेकर 30 लाख रुपए के बीच कुल 8 लोगों ने विभिन्न फ्लैटों पर लोन लिया था।
दिसंबर 2015 में क्राइम ब्रांच की जांच के बाद पांच लोगों ने सचिन दत्ता पर फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली सेक्टर-58 में एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि उन फ्लैटों पर कब्जा दिया गया, जिन पर पहले से ही लोन चल रहा है। इस मामले में सचिन दत्ता फरार चल रहा है। फिलहाल कोर्ट के आदेश के बाद कोतवाली सेक्टर-58 पुलिस ने केस दर्ज कर इंदिरापुरम रेफर कर दिया है।