भोपाल। मप्र कनिष्ठ सेवा चयन बोर्ड चयनित सहायक शिक्षक प्रदेश संघर्ष समिति का लगभग 200 से अधिक सदस्यों का एक प्रतिनिधि मंडल राज्य सरकार द्वारा अपनी मांगों के निराकरण को लेकर आज दोपहर में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचा और वहां उपस्थित प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी महामंत्री चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी से मुलाकात कर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव के नाम संबोधित ज्ञापन पत्र सौंपा।
समिति के प्रांतध्यक्ष रामदास प्रजापति एवं सदस्यगणों द्वारा हस्ताक्षरित ज्ञापन में मप्र कनिष्ठ सेवा चयन बोर्ड के चयनित सहायक शिक्षकों की नियुक्ति की मांग को लेकर सहायक शिक्षक संघ संघर्ष समिति ने प्रदेश के मुखिया शिवराजसिंह चौहान द्वारा झूठे वायदे, झूठी घोषणाएं, झूठे आदेश व नोटशीटों के माध्यम से नियुक्ति में लीपापोती करने का षड्यंत्र बताया है। ज्ञापन में बताया गया कि मुख्यमंत्री के झूठे आश्वासनों से परेशान होकर चयनित सात शिक्षकों ने आत्महत्या कर ली और दो पागल हो गए, यही नहीं समिति के प्रांतीय महासचिव अरूण कुमार चौहान (बैतूल) और नीलम सिंह झारिया (मंडला) चयन का इंतजार करते हुए हार्ट अटैक आ गया और उनका असामायिक निधन हो गया।
श्री प्रजापति ने मुख्यमंत्री से कहा कि जब आपके लिखे आदेश व नोटशीटों की खुलेआम प्रशासन धज्जियां उड़ा रहा है, आपके आदेशों का शासन में पालन नहीं हो रहा है तो आपको नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। समिति के सदस्यों ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि यदि शीघ्र ही मिनी पीएससी चयनित शिक्षकों को नियुक्तियां नहीं दी गई तो सड़कों पर उतर धरना आंदोलन, प्रदर्शन करने के लिए बाध्य होंगे, जिसका खामियाजा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भुगतना पड़ेगा।
प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी महामंत्री चंद्रिका प्रसाद द्विवेदी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से प्रतिनिधि मंडल को इस समस्या के निराकरण के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखने के लिए आश्वस्त करते पार्टी की ओर से सहयोग करने की बात कहीं है।
इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्रीद्वय वीरसिंह यादव, जगदीश यादव, सचिवद्वय विकास शर्मा, सुरेन्द्रसिंह रघुवंशी, कंट्रोल रूम प्रभारी रविशंकर पांडे, राम पंवार, प्रशांत गुरूदेव तथा राजेश कुमार, भगवतसिंह, विनोद कुमार, शिवदयाल अहिरवार, शिवचरण झारिया, रामप्रसाद बंशकार, मुल्लू लाल रैदास, प्रमोद, पुरूषोत्तम झारिया, शिवकुमार गढेवाल, राजाराम नामवंशी, चंदरसिंह ठाकुर, रमेश प्रसाद झारिया, मुकेश चंद्र सक्सेना, बघेलसिंह तेकाम, शंकरलाल झारिया, भूरूसिंह मालवीय, रामदीन सोमकुंवर, महेश प्रसाद गौतम सहित बड़ी संख्या में समिति के सदस्यगण उपस्थित थे।