
एनआईए ने चार्जशीट में कहा कि डी कंपनी भारत में हिंदू नेताओं की हत्या और चर्चों में अल्कोहल की बोतलें फेंक कर सांप्रदायिक हिंसा फैलाना चाहती है। इंडिया टुडे के अनुसार एनआईए ने अपनी जांच के आधार पर निष्कर्ष निकाला कि यह अंतरराष्ट्रीय अपराध गैंग विदेशों में युवाओं को बहुत पैसा के साथ जॉब का ऑफर देकर अपनी ओर आकर्षित कर रहा था।
यह अंडरवर्ल्ड ने भारत में चर्चों में आगजनी और बम फेंकने के लिए लोगों को नियुक्त करने के लिए कहा था। एनआईए ने भाजपा नेता हत्या केस में दाखिल चार्जशीट में कहा कि इसका उद्देश्य हिंदू नेताओं की हत्या और चर्च में पर हमला कर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाना था। एनआईए ने कहा, 2 नवंबर 2015 को दो अज्ञात बंदूकधारियों ने भरूच के भाजपा अध्यक्ष, वरिष्ठ आरएसएस सदस्य शिरीष बंगाली और भरूच में भारतीय जनता युवा मोर्चा के महासचिव प्रग्नेश मिस्त्री की हत्या की थी। ये दोनों बंदूकधारी दाऊद गैंग से जुड़े थे।
एनआईए ने आगे कहा कि यह षडयंत्र 2002 गुजरात दंगे में कथित तौर पर शामिल हिंदू नेताओं की हत्या करना था जिसे मुस्लिम विरोधी माना गया। डी कंपनी ने कथित तौर पर हिंदू नेताओं की हत्या करने को कहा था और इस्लाम के नाम पर जबरदस्ती पैसे भी लेने के लिए अधिकृत किया था।