सिर में गोली मारी, लाश के टुकड़े किए, जलाया और खाई में फैंक दिया

सिहोरा। जबलपुर शोभापुर के शातिर अपराधी बोनी यादव ने अधिवक्ता मनोज यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसके बाद जेल गया और पेशी में जाने के दौरान रीवा के स्टेशन से फरार हो गया था। जिसके बाद वकील के हत्या के जुर्म से बचने के लिए मुख्य गवाह जितेंद्र यादव के भांजे अमन यादव का गोसलपुर से अपहरण करवा लिया। जिसको पन्ना ले जाकर सिर में गोली मारी और टुकड़े करके लाश जला कर खाई में फेंक दी। 

जानकारी के अनुसार 19 जून रविवार की सुबह अमन यादव (17वर्ष) का अपहरण बोनी यादव ने अपने साथी शिवराज लोधी से करवाया था। जिसके बाद शिवराज के दो अन्य साथी भी शामिल थे जो अमन का अपहरण कर बोनी यादव को पन्ना ले जाकर सौंप दिए थे और इसी सब घटना के बाद अमन के मामा जितेंद्र एवम् माता पिता को लगातार गवाही बदलवाने के लिए दबाव बना रहा था लेकिन बात बनते न देख बोनी यादव ने अमन की हत्या कर लाश खाई में फेंक दी थी।

तालिबान जैसा वीडियो बनाया
अमन के अपहरण कर हत्या के बाद यह भी जानकारी मिली है की बोनी ने अमन के साथ बेरहमी भरा बर्ताव किया था जिसका वीडियो भी बनाया था जो पुलिस के हाथ लग चुका है।

सबूत मिटाने किया बेरहमी से टुकड़े
जानकारी के मुताबिक बोनी यादव ने पन्ना से लगभग 8 किमी दूर कऊआ खेड़ी की पहाड़ी में ले जाकर अमन के सिर में गोली मारी और सबूत मिटाने के लिये अमन के कुल्हाड़ी से बेरहमी के साथ चार टुकड़े किये और उसको जलाकर करीब 300 फ़ीट गहरी खाई में फेंक दिया। जहां पर पुलिस ने बोनी यादव की निशान देही पर कंकाल खोजने गयी जिसने लगातार दो दिन तक सर्च किया तब कही पुलिस को कंकाल मिला।

पोस्टमार्टम के बाद होगा डीएनए
चन्द्रकान्त झा के साथ पाँच सदस्यीय टीम बोनी की निशानदेही पर पन्ना जाकर अमन के कंकाल की तलाश और वहाँ पर गहरी खाई से कंकाल बरामद किया है। साथ ही जिस जगह जलाया गया था तो कपड़ों के टुकड़ों से लगभग अमन के कंकाल होने की पहचान हो गयी है। साथ हत्या के बाद टुकड़े करने में उपयोग की गयी कुल्हाड़ी भी जब्त कर ली गयी है। जिसके बाद कंकाल का पन्ना अस्पताल में पोस्टमॉर्टम कराया गया है। जिला अस्पताल जबलपुर में भी पोस्टमार्टम कराया जायेगा जिसका डीएनए भी कराएगी पुलिस।

शातिर अंदाज में कराया था अपहरण
अमन का अपहरण करने के लिए शिवराज लोधी ने अपराधी दिमाग लगाते हुये पहले तो फर्जी वोटर आईडी बनवाया और अमन पिता सन्जू यादव के मोहल्ले में लल्लू पटवा के मकान में किराए से रहने लगा। साथ में ज्यादा कुछ समान भी लेकर नही गया था और बिना नंबर की डिस्कवर गाडी थी। जो बाद में धीरे धीरे अमन से दोस्ती बढ़ाकर उसको अपने साथ घुमाने लगा। जिनको अक्सर मोहल्ले के लोग साथ में घूमते देखते थे। जबकि शिवराज के दो साथी धरमपाल और मानसिंह आसपास ही बने रहते थे और मौका पाते ही 19 जून की सुबह ये तीनो आरोपी अमन का अपहरण कर पन्ना की ओर ले गए। जिनकी आखिरी फोन लोकेशन पन्ना के पास मिली थी। जिसके बाद जांच में पता चला की शिवपाल यादव का वोटर आईडी, नाम और पता सभी कुछ गलत था। जिसके बाद पुलिस और परिजनों का सन्देह शिवराज पर गहराता गया। जो पकड़े जाने पर अमन का अपहरण करने की बात कबूल की है। जिसके बाद अमन को गोलीकांड के आरोपी बोनी यादव के सुपुर्द छोड़ दिए थे।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!