
इस मामले में कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन का कहना है कि दिग्विजय सिंह वरिष्ठ नेता हैं। मैं उनके साथ 10 साल विधायक रहा हूं और मंत्री के रूप में उनके साथ काम किया है। उनको लगा होगा कि विधानसभा सत्र में सिंहस्थ का मुद्दा उठाया जाना चाहिए, इसलिए उन्होंने मार्गदर्शन किया है।
इससे पहले नरोत्तम मिश्रा ने विधानसभा में जमकर हंगामा किया। इसे विधानसभा की कार्रवाई में दखल माना। कांग्रेसी विधायकों को अपमान करार दिया। यहां तक कह दिया कि बाला बच्चन की तरक्की दिग्विजय सिंह को अच्छी नहीं लग रही। वो बाला बच्चन को निपटाना चाहते हैं।
सदन में कार्यवाहक नेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन ने सरकार पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि भाजपा सरकार के रहते हुए मध्यप्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा लगातार बढ़ रही है। भाजपा सरकार के कार्यकाल में मध्यप्रदेश में 53 फीसदी सांप्रदायिक हिंसा बढ़ी हैं।